सनातनी हिन्दुओं की रक्षार्थ हमसे जुड़ें


हम एक गैर-लाभकारी संगठन हैं, जिसका मुख्यालय नोएडा उ०प्र० में है और जिसकी शाखाएं पूरे भारत में फैली हुई हैं। हमारा उद्देश्य हिंदू समुदाय के कल्याण और उत्थान के लिए कार्य करना है। हम लगभग 40,000 हिंदू मंदिरों के विध्वंस और भारत पर विदेशी आक्रमण के समय से हिंदुओं पर हुए अत्याचारों को उजागर करने का लक्ष्य रखते हैं।
अंतरराष्ट्रीय हिंदू सेना भारत में किसी भी रूप में इस्लामीकरण, शरिया कानून के लागू होने, लव जिहाद और इस्लामी उग्रवाद का विरोध करने का उद्देश्य रखती है। अंतरराष्ट्रीय हिंदू सेना भारत और सनातन धर्म की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति/संस्था के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी, इसका विरोध करेगी और इसे उजागर करेगी। पूरा पढ़ें…








































आओ मिलकर करें साधना, हिंदुत्व शक्ति के तंत्र की,
गूँजे फिर जयकार धरा पर, सत्य सनातन धर्म की।
महंत श्री आदित्य कृष्ण गिरी जी महाराज का जन्म 3 मार्च 1980 को उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में हुआ। बचपन से ही आध्यात्मिक झुकाव रखने वाले महाराज जी ने 2005 में गृहस्थ जीवन त्यागकर समाज सेवा और संत जीवन का मार्ग चुना। 2006 में हरिद्वार में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के श्री महंत राम गिरी जी महाराज से दीक्षा प्राप्त की और कठोर साधना में लीन रहे। 2009 में उन्हें नोएडा सालारपुर हनुमान मंदिर के महंत की उपाधि दी गई। आज वे अखिल भारतीय संत समिति, विश्व सनातन धर्म परिषद और दिल्ली संत महामंडल जैसे संगठनों में प्रमुख पदों पर कार्यरत हैं।
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स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर भव्य समारोह का आयोजन
नोएडा, 25 दिसंबर: स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती के अवसर पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सेना के राष्ट्रीय कार्यालय, संकट मोचन











अंतरराष्ट्रीय हिन्दू सेना एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसका मुख्यालय नोएडा में स्थित है और जिसकी शाखाएँ पूरे भारत में फैली हुई हैं। यह संगठन हिन्दू समुदाय के उत्थान और कल्याण के लिए कार्य करता है।
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू सेना का मुख्य उद्देश्य 40,000 से अधिक हिन्दू मंदिरों की स्थिति और उन पर हुए आक्रमणों को उजागर करना, हिन्दुओं पर हुए अत्याचारों को सामने लाना, और इस्लामीकरण, शरीयत कानून, लव जिहाद और इस्लामी कट्टरपंथ का विरोध करना है।
सनातन धर्म (हिन्दू धर्म) विश्व का प्राचीनतम धर्म है, जिसे ‘वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म’ भी कहा जाता है। इसका पालन मुख्यतः भारत, नेपाल और मॉरिशस जैसे देशों में होता है। इसे एक जीवन पद्धति के रूप में भी देखा जाता है।
गौ सेवा का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। यह न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और आर्थिक प्रगति के लिए भी अहम है। हमारे महर्षियों ने इसे हमेशा से हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा माना है।
आप हमारी वेबसाइट, सोशल मीडिया पेज या निकटतम शाखा से संपर्क करके संगठन का हिस्सा बन सकते हैं। इसके साथ ही अपना पहचान पत्र भी प्राप्त कर सकते हैं।
हाँ, आप संगठन को दान देकर हमारे कार्यों में सहयोग कर सकते हैं। यह धनराशि पूरी तरह से हिन्दू समुदाय के उत्थान और कल्याण के लिए उपयोग की जाती है।
